"भाजपा के लोगों को मालामाल किया जा रहा"


(रायपुर, 24 अप्रैल 2008, दोपहर 11.30 बजे)

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री और मंदिर हसौद के विधायक सत्यनारायण शर्मा मानते हैं कि भाजपा का भ्रष्टाचार आने वाले चुनाव में एक बड़ा मुद्दा होगा। ऊंची दरों पर अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए योजनाबध्द ढंग से काम किया जा रहा है। भाजपा ने अपने घोषणापत्र में भयमुक्त प्रशासन का वादा किया लेकिन इसके कार्यकर्ता गांवों में लोगों को डराते-धमकाते हैं, झूठे मामलों में फंसाते हैं। जनता चुपचाप यह सब देख रही है और उसकी खामोशी का खामियाजा भाजपा को चुनाव में उठाना पड़ेगा। श्री शर्मा का कहना है कि भाजपा के शासनकाल में छत्तीसगढ़ की संस्कृति का नुकसान हुआ है। बाहरी लोगों को बुला बुला कर मालामाल किया जा रहा है। छत्तीसगढ़िया लोगों की हालत खस्ता है। छत्तीसगढ़ में गुजरात के दोहराव की वे संभावना नहीं देखते। उनका मानना है कि छत्तीसगढ़ की जनता की जागरूकता और भाईचारा किसी सांप्रदायिक इरादे को सफल नहीं होने देगा। बबलू तिवारी ने संजय  शुक्ला  के साथ उनसे आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में बात की-

0 आगामी विधानसभा चुनाव में आपकी पार्टी किन मुद्दों के साथ जनता के बीच जा रही है?
00 कांग्रेस शासनकाल में जनभावना के अनुरूप जो व्यवस्था थी, उसे लोग आज भी याद करते हैं। भाजपा के शासनकाल में सर्वाधिक भ्रष्टाचार हुआ जो किसी से छुपा नहीं है। चाहे वह रतनजोत की आड़ में किया गया भ्रष्टाचार हो, मोवा धान घोटाला हो, चावल की अफरातफरी हो, जिस गोदाम की क्षमता 10 हजार मीट्रिक टन नहीं है वहां ये उससे कई गुना यादा स्टोरेज बताते हैं। कुल मिलाकर भाजपा का सारा काम कागजी ही रहा है। कांग्रेस का मुख्य मुद्दा भाजपा का भ्रष्टाचार रहेगा। इन्होंने भय, भूख और भ्रष्टाचार मिटाने की बात अपने घोषणापत्र में कही थी, लेकिन इनके कार्यकाल में भय बढ़ा है, गांवों में भाजपा के कार्यकर्ता लोगों को डराते-धमकाते हैं, झूठे मामलों में फंसाते हैं। इन्होंने सैकड़ों समस्या समाधान शिविर लगाए पर लोगों को कोई राहत नहीं मिली। अभी ग्राम सुराज में भी वही किया जा रहा जिससे कोई हल निकलने वाला नहीं है। गर्मी में जनता पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रही है। वह सारी बात जानती-समझती है, पर इस समय खामोश है और यही खामोशी भाजपा के लिए खतरा है। भाजपा के शासन में अफसरशाही बढ़ी है, निरंकुशता बढ़ी है, नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाकर अपने ढंग से इसने काम किया है। भाजपा के लोग पूरे समय अपनी जेबें भरने में लगे रहे, मालामाल हो गए और जनता गरीब होती जा रही है। इन मुद्दों के साथ ही केंद्र की यूपीए सरकार द्वारा किसानों का कर्ज माफ करना, रोजगार गांरटी योजना के माध्यम से बेरोजगारों को रोजगार देना आदि हमारी पार्टी के मुद्दे रहेंगे।

0. भाजपा के लोग कहते हैं कि आपकी पार्टी में गुटबाजी हावी है जिसका उन्हें लाभ मिलेगा?

00. यह भाजपा का सपना है। हमारी पार्टी विशाल है, इसका इतिहास 125 वर्ष पुराना है। बड़ी होने के नाते ये बातें हो सकती हैं। लेकिन समय आने पर हमारे सभी लोग एकजुट होकर चुनौतियों का सामना करते हैं। समय का इंतजार कीजिए हमारे सभी नेता एकजुट होकर भाजपा के मंसूबों को नाकाम कर देंगे।

0. कांग्रेस के कई नेताओं की महत्वाकांक्षाएं टकराने की बाते सामने आती रहती हैं, कुछ लोग अभी से अपने आप को सीएम के रूप में प्रोजेक्ट करने लगे हैं?

00. कोई भी व्यक्ति हमारी पार्टी में दावा नहीं कर सकता कि मैं सीएम बनूंगा। पहले चुनाव होता है, लोकतंत्र में चुनकर आए विधायक और हाईकमान के प्रतिनिधि बैठकर इसका फैसला करते हैं। हमारे यहां ऐसी परंपरा नहीं है। हमारे यहां भाजपा जैसा नहीं है कि सब अपने को सीएम बताने लगें। रही बात महत्वाकांक्षा की तो मैं इसे गलत नहीं मानता। लेकिन महत्वाकांक्षा अपनी जगह है और हाईकमान के निर्देश का पालन करना अपनी जगह। और जब हाईकमान का निर्देश मिलता है तो सभी लोग एकजुट होकर काम करते हैं।

0. आप मंदिरहसौद सीट से पांच बार विधायक चुने गए हैं। यहीं से चुनकर अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हैं। आपकी सीट परिसीमन में विलोपित हो रही है। अब कौन सा नया इलाका आपके सामने है? वहां अपनी क्या उपलब्धि लेकर जनता के बीच जाएंगे?

00 मंदिरहसौद विधानसभा सीट पर मेरा यह पांचवां कार्यकाल है। मेरी सेवा भावना और विकास कार्यों की वजह से ही मुझे वहां की जनता ने बार-बार मौका दिया है। लोगों को पता है कि मैं अपने क्षेत्र के काम के लिए चौबीसों घंटे तैयार रहता हूं। मंदिरहसौद में एजुकेशन में सबसे अधिक काम हुआ है। 77 गांवों में 16 हायर सेकेंडरी स्कूल हैं। कोई ऐसा गांव नहीं है जहां सड़क, बिजली, प्राथमिक स्वास्थ्य का इंतजाम न हो। मेरे विधानसभा क्षेत्र में तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। पीने के पानी के मामले में कोई ऐसा गांव नहीं है जहां 20 हैंडपंप से कम हों। जिस भी नये विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी पार्टी मुझे देगी वहां निर्वाचित होने के बाद जनता की आशाओं के अनुरूप मैं काम करूंगा।

0. आपकी पसंद वाली कोई विधानसभा सीट है क्या?

00. पसंद का सवाल नहीं है। चार विधानसभा सीटें बनी हैं, पार्टी उनमें से जो भी सीट देगी मैं उस पर चुनाव लड़ूंगा।

0. भाजपा की तीन रुपए चावल योजना के बाद आपकी पार्टी ने भी सत्ता में आने पर 2 रुपए किलो चावल देने की घोषणा की है। भाजपा के लोग कहते हैं कि अगर कांग्रेस का ऐसा मन है तो वह दूसरे रायों में जहां कांग्रेस की सरकार है वहां इसे क्यों नहीं शुरू करती?

00. हमारे महामंत्री वी नारायण सामी ने कहा है कि हमारी सरकार बनेगी तो हम दो रुपए किलो में चावल देंगे। इसमें कोई दिक्कत नहीं है। मेरा व्यक्तिगत मानना है कि हम लोगों को भरपेट भोजन देंगे। भाजपा को अपने स्टेट की बात और तुलना करनी चाहिए। दूसरे स्टेट में भाजपा की सरकारें भी हैं, वे वहां इसे क्यों नहीं लागू कर रहे हैं। आवश्यकता पड़ने पर इस पर भी विचार किया जाएगा।

0. आप कह रहे हैं कि भाजपा में बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार है, लेकिन जनता को तो विकास के काम होते हुए दिख रहे हैं?

00. आप कहीं से भी वैल्यूएशन करा लीजिए जो एस्टीमेट बन रहे हैं वह दस गुना यादा कीमत के हैं। सामान्य से ऊंची कीमत पर ठेके दिए जा रहे हैं। लोवेस्ट रेट आता है तो उसे कैंसिल कर देते हैं, अपने-अपने लोगों को देने के लिए फिर से बढ़ी कीमत पर टेंडर बुलाए जाते हैं। जनता सब समझती है, उसे पता है कि कौन काम कितने का है, उसे कितने में किया गया है। काम किस गुणवत्ता का है। जनता को नासमझ समझने वालों के होश चुनाव के बाद उड़ जाते हैं।

0. मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की जो छवि है उसका भाजपा को कितना फायदा मिलेगा?

00. जनता जानती है कि मुख्यमंत्री के अकेले के बस की बात नहीं है। मुख्यमंत्री भले आदमी हैं इसको हम मान सकते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री की टीम करप्ट है। भाजपा के दूसरे लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। मुख्यमंत्री का कोई नियंत्रण भाजपा के लोगों और अपनी टीम पर नहीं है।

0. नक्सलवाद के मुद्दे पर आपका क्या कहना है?

00. नक्सलवाद के मुद्दे पर हमारी पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा को बोलने का अधिकार दिया है। इसलिए इस पर जो भी कहना होगा वे ही कहेंगे।

0. बिजली विखंडन के मामले में कर्मचारियों का कहना है कि यहां के स्थानीय नेता इसका विरोध नहीं कर रहे हैं। आपकी पार्टी का क्या कहना है?

00. बिजली बोर्ड के अधिकारियों ने नेता प्रतिपक्ष को इस संबंध में ज्ञापन दिया था। हमारी पार्टी ने तो कहा था कि सरकार संकल्प ले आए हम लोग उसका समर्थन करेंगे। संकल्प लाना सरकार का दायित्व है। सरकार क्या करना चाहती है समझ में नहीं आता।

0. चुनाव में भाजपा और कांग्रेस को किस-किस चीज का फायदा मिल सकता है?

00. भाजपा को नकारात्मक वोट के चलते सबसे यादा नुकसान होगा और कांग्रेस को इसी का फायदा मिलेगा।

0. महिलाओं को चुनाव में तैंतीस प्रतिशत आरक्षण देने पर आपकी पार्टी का क्या स्टैंड है? भाजपा ने अपने राष्ट्रीय संगठन में महिलाओं को बड़ी संख्या में स्थान देकर इसकी शुरुआत कर दी है।

00. सबसे पहले कांग्रेस सरकार ने महिलाओं को पंचायत के चुनाव में 33 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की थी। भाजपा ने जो महिलाओं को स्थान दिया है वह अपने निजी संगठन में दिया है। वे वहां 100 प्रतिशत महिलाओं को स्थान दे सकते हैं। विधानसभा और लोकसभा में आरक्षण दे कर दिखाएं तो उनकी कथनी-करनी एक होगी।

0. अभी जो वेदांती का मामला सामने आया है उससे आपको नहीं लगता कि भाजपा चुनाव के समय गुजरात पैटर्न इस्तेमाल कर सकती है?

00. छत्तीसगढ़ सात्विक राय है। यहां सांप्रदायिकता जैसी जनता में कोई भावना नहीं है और न ही इसका जनता पर कोई असर होता है। लोगों में आपसी भाईचारा, सदभाव है। इसलिए चाहे वेदांतीजी हों या दूसरे लोग इसका कोई असर होने वाला नहीं है। भाजपा धार्मिक उन्माद उभारने का हर जगह प्रयास करती है, लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता समझदार है। इसलिए ये यहां सफल नहीं होंगे।

0. राहुल गांधी का दौरा अभी छत्तीसगढ़ में हो रहा है, उसका कांग्रेस को क्या फायदा मिलेगा?

00. राहुल गांधी जी का दौरा प्रदेश के विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में हो रहा है, जिसमें वे समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। उसका राय और पार्टी को बहुत फायदा मिलने वाला है। राहुल जी का जो आकर्षण है उससे युवा तबके पर विशेष प्रभाव पड़ेगा और उमंग का संचार होगा। उनके मन में आदिवासियों विशेषकर महिलाओं के लिए जो सम्मान है यही उनकी पहचान है। बगैर पूर्व सूचना दिए वे लोगों से मिलते हैं और जानने का प्रयास करते हैं कि जनता क्या सोचती है, क्या चाहती है, उसका शोषण तो नहीं हो रहा, उसके साथ अन्याय तो नही हो रहा।

0. साढ़े चार साल के भाजपा के शासनकाल में आप छत्तीसगढ़ की संस्कृति को कहां पाते हैं?

00. भाजपा के शासनकाल में संस्कृति के बारे में किए गए कार्यों की प्रगति मुझे डिस्प्ले बोर्ड और विज्ञापनों में ही दिखाई पड़ती है। यही हाल पर्यटन का भी है। हर योजना के झूठे प्रचार और आंकड़ों के लिए करोड़ों रुपए पब्लिसिटी पर बर्बाद कर दिए गए। कुछ लोगों का चेहरा बोर्डों में बार-बार देखकर जनता परेशान हो गई है। उन बोर्डों पर जनता नजर तक डालना नहीं चाहती। इन्होंने यहां के कल्चर का सत्यानाश किया है। छत्तीसगढ़ियों की हालत खस्ता है, बाहरी लोगों को बुला-बुलाकर उन्हें मालामाल किया जा रहा है। इस पार्टी ने संस्कृति के नाम पर सिर्फ धार्मिक उन्माद को उभारने का काम किया है। धार्मिक होना एक अच्छी बात है हम इससे इंकार नहीं करते। लेकिन धर्मान्ध होना खतरनाक है। कट्टरपंथी चाहे हिन्दू हों या मुसलमान सभी देश के लिए घातक हैं। मैं एक ही बात कहना चाहता हूं कि हम सबकी संस्कृति भाईचारे में समाहित है।

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